आज बढ़ती हुई महामारी के समय में लगभग हर एक वस्तु के लिए बिजली की आवश्यकता पड़ती है। बिजली के बिना हमारा जीवन असामान्य है। सुबह जगने से लेकर रात को सोने तक हम बिजली पर ही निर्भर रहते हैं, तो एसे मे आपको पता होना चाहिए की बिजली का आविष्कार किसने किया | Bijali Ka Avishkar Kisne Kiya
आज के समय में बिजली हर क्षेत्र के लिए उपयोगी और बिजली की आवश्यकता है। हमें मोबाइल फोन, फैन, एसी, टीवी, कंप्यूटर में बिजली की जरूरत पड़ सकती है। बिजली का बहुत बड़ा योगदान सभी कल कारखानों पर भी निर्भर करता है। आज भारत या अन्य देशों में ट्रेन और मेट्रो बिजली पर ही चलती है। आप सभी बिजली का उपयोग नियमित रूप से करते होंगे। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर यह बिजली का आविष्कार किसने किया।
तो आइए हम इस लेख के माध्यम से आज आपको बताएंगे कि बिजली का आविष्कार किसने किया | Bijali Ka Avishkar Kisne Kiya अगर आप इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं। तो हमारे इसलिए को अंत तक पढ़ें।
बिजली का आविष्कार किसने किया | Bijali Ka Avishkar Kisne Kiya
- खोज: प्राकृतिक में उपस्थित वह वस्तु जिसके बारे में व्यक्ति को मालूम ना हो।और व्यक्ति वैज्ञानिक के कारण से पता लगाता हो, उसे खुद कहते हैं। जैसे बिजली की खोज , आग की खोज इत्यादि।
- अविष्कार: अविष्कार उस वस्तु को किया जाता है जो प्राकृतिक में पहले से मौजूद हो ,उसे वैज्ञानिक द्वारा निर्माण किया जाता है उसे अविष्कार कहा जाता है जैसे मोबाइल का आविष्कार , कैमरे का आविष्कार इत्यादि
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बिजली के आविष्कार का इतिहास ?
यह विद्युत ऊर्जा का एकल रूप है। इसका आविष्कार 600 ईसवी पूर्व में हुआ था। जो प्राकृतिक में हमेशा से मौजूद था। यह कहना बिल्कुल गलत है, कि इसका आविष्कार हुआ था बल्कि इसकी खोज की गई थी। कई प्रयोगों के द्वारा बिजली और प्रकाश के संबंध को दर्शाया जाता है। परंतु इनकी खोज का श्रेय बेंजामिन फ्रैंकलीन को दिया जाता है। और एक महान यूनानी दार्शनिक वैज्ञानिक के द्वारा भी इसकी खोज की गई थी। उन्होंने दुनिया को प्रकाशित और उजाला दिखाने वाले रोशनी के बारे में बताया था।
विद्युत का वह रूप है, जिसके इस्तेमाल से मानव समाज में कई सारे परिवर्तन लाया जा सकता है। थेल्स ने एक प्रयोग किया उसने सबसे पहले चीड़ के पेड़ जो कि सड़ कर खराब हो गए था। उसमें से रस निकालकर गोद बना दिया। और फिर बाद में उसे रगड़ने के लिए कपड़े और सूखे पत्ते का प्रयोग किया जिसमें उसने पाया कि पक्षियों के पंख अपने आप उस गोद के ऊपर आकर्षित होने लगते थे। इस प्रक्रिया को उसने इलेक्ट्रिसिटी का नाम दिया था।
फिर संयुक्त राज्य अमेरिका के एक महान वैज्ञानिक बेंजामिन फ्रैंकलीन एक परीक्षण करके समझाया है। कि आकाश में चमकने वाली बिजली का दूसरा रूप समान बिजली है। फिर एक और वैज्ञानिक जो फ्रांस के जज लक्लाशे ने एक गिला बैटरी बनाकर उसमें से बिजली को उत्पन्न कर दिया। फिर उन्होंने अमोनिया क्लोराइड का घोल बनाकर उसमें जस्ते और कार्बन डाइऑक्साइड का छड़ बनाया, फिर अमोनिया क्लोराइड का घोल बनाकर, उसको दबाकर बिजली उत्पन्न करके लोगों को दिखाया था। फिर इस प्रक्रिया के बाद लोगों ने बिजली का आविष्कार अपनी आंखों से देखा।
भारत में बिजली के आविष्कार से जुड़ी बातें ?
भारत में पहली बार बिजली लगभग सन 1879 के कोलकाता में आई थी। किसी के द्वारा भारत भारत में पहली बार बिजली की फैक्ट्री चालू कर दी गई , जिसका पूरा नाम कोलकाता इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कॉरपोरेशन है। इसके बाद मिशन 1902 में मैसूर के जल विद्युत केंद्र बनाया गया था। और फिर डीजल से बनने वाली बिजली उत्पन्न कराया गया था । फिर दिल्ली में 1905 में इस बिजली की शुरुआत की गई थी। इसी प्रकार भारत में बिजली का आगमन हुआ था।
लेकिन 17 वी शताब्दी में बिजली से जुड़ी खोज बहुत हद तक हो चुकी थी , जैसे इलेक्ट्रो सर्टिफिकेट जरनैटर बिजली में पॉजिटिव और नेगेटिव करंट को पैदा करती थी। और इसमें इंसुलेटर और कंडक्टरों काफी ज्यादा वर्गीकरण होता था।
इसके पश्चात 1752 में बेंजीन फ्रैंकलीन एक चाबी की मदद से साबित किया , कि आकाश में चमक वाली बिजली और जिस बिजली का उपयोग हम लोग करते हैं।उसमें से निकलने वाली चिंगारी एक सामान्य से होती है। फिर 1800 ई वी में इटली के एक भौतिकी विज्ञान एस्ट्रोवोल्ट ने एक और प्रयोग किया। विशेष रसायनिक अभिक्रिया के द्वारा हम बिजली को भी बना सकते हैं और उन्होंने फिर 1800 में वोल्टाइक का आविष्कार किया ,जो हमें लगातार बिजली जन्म देता हैं।
बिजली कितने प्रकार के होते हैं।
बिजली दो प्रकार के होते हैं।
- डायरेक्टर करंट दिष्ट धारा ।
- अल्टरनेट करंट प्रत्यावर्ती धारा ।
बिजली के बारे में रोचक तथ्य।
कई दार्शनिक वैज्ञानिकों ने बताया है कि आसमान से गिरने वाली बिजली हो लगभग 10 करोड़ voltrवोल्ट की होती है हमारे घर में उपयोग की जाने वाली बिजली 220 volt की होती है हमारे घरों में कई तरह के उपकरणों जैसे वाशिंग मशीन टीवी फ्री मैं सिर्फ पांच एमपी ऊपर चलता है।
कई रिसर्च से पता चला है कि हर साल भारत में 2500 से 30000 लोग बिजली के गिरने से मारे जाते हैं जिसमें से 80% पुरुष और 20% महिलाएं होती है। यह बिजली हमारे लिए जितना उपयोगी है उतना घातक भी सिद्ध होता है। आसमान से गिरने वाली बिजली 10 करोड़ volt की होती है, जबकी हमारे घरों में जो करंट आता है वो सिर्फ 220 volt का होता है। हमारे घरों में चलने वाले वॉशिंमशिन, टीवी, फ्रिज सब सिर्फ 5 Amp पर चलता है।
Bijali Ka Avishkar Kisne Kiya से संबंधित प्रश्न (FAQ)
1. बिजली का आविष्कार कब हुआ था?
Ans: बिजली का आविष्कार सोलह सौ ईस्वी पूर्व में हुआ था।
2. भारत में बिजली का आगमन कब हुआ था?
Ans: भारत में पहली बार बिजली सन 1879 ई में आया था।
3. बिजली के कारण मरने वाले पुरुष और महिलाओं की संख्या कितनी है?
Ans: भारत में लगभग 20 से 25 लोग बिजली के कारण से मारे जाते हैं।
4. सबसे पहली बिजली की कंपनी कहां चालू हुई।
Ans: भारत में सबसे पहले बिजली की कंपनी कोलकाता मैं चालू की गई, जिसका पूरा नाम इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कॉरपोरेशन रखा गया।
निष्कर्ष
दोस्तों आज हम इस पोस्ट के द्वारा आपको बताने का प्रयास की है कि बिजली का आविष्कार किसने किया | Bijali Ka Avishkar Kisne Kiya इसलिए इसमें आपने सारे वैज्ञानिकों का नाम देखा होगा। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि किसी भी चीज का वह स्वरूप जो आज हम देखते हैं । उसे उसकी रूप में आने में कई साल की कड़ी मेहनत और सारे वैज्ञानिकों का ज्ञान, समय लगा होता है।
किसी भी चीज की खोज एक बार में नहीं होती है। वह पीढ़ी दर पीढ़ी निरंतर चलते जाता है। तथा उसमें नए कार्य किए जाते हैं। और आखिर में सही चीज का खोज करता है। उसी वैज्ञानिक का नाम प्रचलित होता है। लेकिन उसके पीछे कई लोगों की सालों की मेहनत लगी होती है। अगर आप लोगों को यह हमारा यह लेख पसंद आया हो। तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें|